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प्राक्-कल्पना की विशेषताएं

प्राक्-कल्पना किसी विषय के संबंध में अस्थायी हल देने का साधन होता है।

  • प्राक्-कल्पना उपलब्ध पद्धतियों और साधनों से संबंधित होता है।
  • प्राक्-कल्पना में अतिशोयक्तिपूर्ण भाषा का उपयोग नहीं किया जाता है।
  • प्राक्-कल्पना में प्रयोगसिद्धता का गुण होता है।
  • प्राक्-कल्पना व्यावहारिक और यर्थाथ पर आधारित होता है।
  • प्राक्-कल्पना पूर्व में निर्मित सिद्धातों पर खरा होता है।
  • प्राक्-कल्पना समस्या से सीधे संबंधित होता है।
  • प्राक्-कल्पना शोध, अनुसन्धान या अध्ययन के मार्गदर्शन में उपयोगी होता है।

किसी भी अध्ययन को वैज्ञानिक बनाने में परिकल्पना की अत्यधिक महत्वपूर्ण भूमिका होती है।

परिकल्पना निर्माण के उद्देश्य;

अध्ययन की दिशा का निर्धारण;

  • अध्ययन क्षेत्र को सीमित करने में सहायक ;
  • उपयोगी तथ्यों के संकलन में सहायक ;
  • तर्कसंगत निष्कर्षों में सहायक;
  • सिद्धांतों के निर्माण में योगदान ;

परिकल्पनाओं का निर्माण और सत्यापन करना ही वैज्ञानिक अध्ययन का प्रमुख उद्देश्य होता है।

- e.knowledge_shahi

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